क्या आपको भी “ADAS सेफ्टी फीचर” से ज्यादा नहीं पता, तो जानिए आखिरकार ADAS होता क्या है?

आजकल ऑटोमोबाइल कम्पनियां आने वाली सभी कारों मे फीचर्स से ज्यादा सेफ्टी पर ध्यान देती है। क्युकी महज़ सेफ्टी ही उनकी कार को कहां से कहां पहुंचा सकती है। साथ ही कम्पनियां किसी भी नयी कार की लॉन्च मे ADAS शब्द का बार बार प्रयोग करती हैं। क्या आपको भी “ADAS एक सेफ्टी फीचर” से ज्यादा नहीं पता, तो टेंशन की कोई बात नहीं। आज हम आपको ADAS से जुड़ी सम्पूर्ण जानकारी प्रदान करने वाले है।

क्या होता है ADAS?

ADAS का पूर्ण रूप एडवांस ड्राइवर असिस्टेंट सिस्टम है। ADAS आजकल की हाइटेक और महंगी कारों मे दिया जाने वाला एक सेफ्टी फीचर है। जो कि दुर्घटना सम्भावित परिस्थिति में गाड़ी को कंट्रोल करने मे मदद करता है। ADAS कोई एक फीचर नहीं है, बल्कि यह कई सारे अलग अलग फीचर्स से मिलकर बना हुआ होता है।

1. फॉरवर्ड एंड रियर कोलिजन वार्निंग

अगर आप रोड पर किसी आगे वाले वाहन के ज्यादा ही नजदीक चले जाते हैं, तो यह सिस्टम आपको वार्निंग देगा। इसके लिए दोनों वाहन के बीच की दूरी एवं स्पीड का प्रयोग किया जाता है। रियर कोलिजन वार्निंग पीछे वाले वाहन से टक्कर की परिस्तिथी मे ड्राइवर को वार्निंग देती है।

2. ऑटोनमस इमर्जेंसी ब्रेकिंग

कई बार रोड पर कोई कुत्ता, गाय और कोई इंसान ही अचानक से सामने आ जाता है। ऐसी परिस्थिति में यह फीचर ड्राइवर को ऑडियो अलर्ट देता है, साथ ही ब्रेकिंग मे भी सहायता करता है।

3. ब्लाइंड स्पॉट डिटेक्शन और डोर ओपन अलर्ट

वाहन चलाते समय लेन बदलने के दौरान यह फीचर साइड वाले वाहनों से टक्कर की परिस्तिथी मे ड्राइवर को ऑडियो अलर्ट देता है। डोर ओपन अलर्ट फीचर गाड़ी चलाते समय डोर का खुला रह जाना किसी बड़ी दुर्घटना को आमंत्रण देने के बराबर है। डोर खुला रह जाने पर यह फीचर एक अलर्ट जारी करता है।

4. रियर क्रॉस ट्राफिक अलर्ट और ट्राफिक साइन रिकोग्नाइजन

भीड़ भाड़ वाले इलाके में कार पार्किंग के दौरान रियर क्रॉस ट्राफिक अलर्ट फीचर बहुत काम का होता है। यह रियर कैमरा एवं अन्य सेंसर के माध्यम से आसपास की जानकारी ड्राइवर को प्रदान करता है। ट्राफिक साइन रिकोग्नाइजन रोड के किनारों पर लगे हुए स्पीड लिमिट साइन बोर्ड को पड़कर ड्राइवर को ओवर स्पीडिंग की स्तिथि मे चेतावनी देता है।

5. लेन चेंज अलर्ट और लेन डिपार्चर वार्निंग

जिन रोड पर लेन मार्क होंगे वहां अगर ड्राइवर लेन चेंज करवाना चाहता है, तो यह फीचर उस लेन मे आने वाले वाहनों की जानकरी ड्राइवर को देता है। वही लेन डिपार्चर वार्निंग भी कुछ हदतक लेन चेंज अलर्ट की तरह ही काम करता है। लेन मार्क वाले रोड पर अगर आपकी कार अपने लेन से भटकती है तो, यह फीचर ड्राइवर को अलर्ट देगा।

6. हाई बीम असिस्ट

इस फीचर के आने के बाद ADAS सपोर्टेड कारों मे आपको बार बार हाई बीम लो बीम करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। यह फीचर अब रात के समय में सामने से आने वाले वाहनो को डिटेक्ट करके अपने आप लो बीम पर चला जाता है एवं वाहन के पास होने के बाद अपने आप हाई बीम पर चला जाता है।