आज भारत में बुलेट को एक स्टेटस सिंबल माना जाता है। इसके रोड से गुजरने पर लोग इस की आवाज सुनकर इसे पीछे मुड़कर देखते हैं लेकिन क्या होगा अगर इसकी आवाज को ही गायब कर दिया जाए और इसे इलेक्ट्रिक बुलेट बना दिया जाए। ऐसा ही कुछ किया है बुलेटिर कस्टम्स गैराज वालों ने आइए जानते हैं इसके पीछे की पूरी कहानी।
क्या है पूरी कहानी
यह बुलेट काफी पुरानी थी। इस गाड़ी को बुलेटीर कस्टम्स को इनके पिताजी ने गिफ्ट के तौर पर दी थी काफी पुरानी होने के कारण इन्होंने रॉयल एनफील्ड को 1984 रॉयल एनफील्ड स्टैंडर्ड को ध्यान में रखते हुए इलेक्ट्रिक व्हीकल में कन्वर्ट कर दिया। क्योंकि यह उस बाइक को छोड़ना नहीं चाहते थे इसलिए उन्होंने मॉडिफिकेशन कर इस बुलेट को इलेक्ट्रिक बॉम्बर बना दिया। इसमें आपको 5 किलो वोल्ट रेयर हब मोटर के साथ 72 वॉल्ट DC बैटरी का पावर दिया गया है।
Electric bullet के फीचर्स और डिजाइन हे शानदार
फुल चार्ज बैटरी से आप इसे 90km चला सकते हैं। इसमें आपको 65- 75km/h की नॉर्मल स्पीड के साथ 90 किलोमीटर प्रति घंटा की टॉप स्पीड देखने को मिलती है बात करें इसके रोड प्रजेंट की तो इसका डिजाइन यूनिक है इसे युवाओं से लेकर बुड्ढे तक मुड़कर देखते हैं। इसमें आपको लाल काले और सफेद रंग का बेहतरीन कलर कॉन्बिनेशन मिलता है। सिंगल सीट के साथ यह बाइक सेमी रिलैक्स पोजिशन में बनाई गई है।
EV BULLET में कितना खर्चा आया!
बुलेटिर कस्टम्स ने बताया कि इसके पार्ट्स एडजस्ट करने में उन्हें 2.5 लाख का खर्चा आया और असेंबलिंग करते-करते या खर्चा 3 लाख तक पहुंच गया था। लेकिन इसमें इंजन से लेकर डिजाइन तब का बारीकी से ध्यान रखा गया है। क्योंकि इस गाड़ी से इसके निर्माता की भावनाएं जुड़ी हुई है।