ऑटोमोबाइल मार्केट में इलेक्ट्रॉनिक कार, बाइक और ज्यादातर गाड़ियों में अब इलेक्ट्रिक फ्यूल पावर होने के बाद अब हाइड्रोजन सेल से संचालित होने वाली गाड़ियां मार्केट में अपनी पकड़ बनाने की होड़ में लगने वाली हे। भारतबेंज और टाटा मोटर्स ने अपनी हाइड्रोजन बसों को मार्केट में लाने के लिए तैयारियां भी कर ली है। टाटा,अशोक लेलैंड और भारतबेंज़ जैसी ऑटोमोबाइल कंपनियों ने हाइड्रोजन गाड़ियां लॉन्च करने की घोषणा कर दी है और टाटा मोटर्स को तो भारतीय सड़क योग्यता प्रमाणपत्र पहले ही मिल चुका है टाटा रिलायंस के साथ मिलकर विकसित हाइड्रोजन पावरट्रेन का परीक्षण भी कर रहा है।
पेट्रोल डीजल से होगी किफायती
हाइड्रोजन सेल से चलने वाली गाड़ियां 127 किलोवाट के आउटपुट 105 किलोवाट की पावर जनरेट करती है डीजल की गणित से समझे तो यह गाड़ी 300 बीएचपी की पावर और गाड़ी की रेंज एक के बारे में बात करो तो एक बार में यार गाड़ी आपको 400 किलोमीटर तक चलने का दावा करती है हालांकि बाकी कंपनियों की तरफ से हाइड्रोजन फ्यूल सेल से चलने वाली गाड़ी अभी भी एक कांसेप्ट तक सीमित है। लेकिन टाटा मोटर्स द्वारा इस गाड़ी के लिए सड़क पर चलाने करने का प्रमाण पत्र भी ले लिया गया है और रिलायंस के साथ मिलकर टाटा ने एक हाइड्रोजन पावर ट्रेन का प्रशिक्षण चालू कर दिया है।
कांसेप्ट यूनिट क्या होती है
कांसेप्ट गाड़ियां कंपनी तब बनाती है जब वह अपने उपभोक्ताओं को बताना चाहती है की कंपनी किसी ने कांसेप्ट पर काम कर रही है। नॉर्मल गाड़ियों के मुकाबले कॉन्सेप्ट कार ज्यादा लग्जरी और गुड लुकिंग होती हे ताकि ज्यादा लोगो को आकर्षित कर सके। भारतबेन्ज और अशोक लेलैंड ने भी अपनी एक कांसेप्ट बस सड़कों पर उतारने की घोषणा कर दी है।