भारतीय टू व्हीलर इलेक्ट्रिक सेग्मेंट मे बीते कुछ सालों मे तगड़ा उछाल देखने को मिला है। इलेक्ट्रिक वीइकल निर्माता कंपनियों का भारतीय सरकार द्वारा भी पुरजोर सर्मथन किया गया। वर्तमान वित्तीय वर्ष 2022-23 मे 10 लाख इलेक्ट्रिक वीइकल सेलिंग का लक्ष्य तय किया गया था, जो कि अब तक सिर्फ 62 फीसदी ही पूरा हुआ है। आज हम आपको इससे संबंधित सम्पूर्ण जानकारी देने वाले हैं। साथ ही इलेक्ट्रिक सेग्मेंट की कुछ कंपनियों के उच्च अधिकारियों ने क्या कहा, इसकी भी जानकारी देने वाले हैं।
इस प्रकार रहे सेलिंग के आकड़े –
सोसाइटी ऑफ मैन्युफैक्चरर्स ऑफ इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (SMEV) द्वारा जारी वाहन (VAHAN) आकड़ों के अनुसार, वित्तीय वर्ष 22-23 में बीते 21 फरवरी तक देश भर में कुल 620,006 यूनिट इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स की सेलिंग हुयी है। जो कि लक्ष्य से कम है। हालाँकि अगर बीते वित्तीय वर्ष के आकड़ों पर नजर डाले तो, 2021-22 वित्तीय वर्ष मे कुल 249,621 यूनिट्स की बिक्री हुयी। बीते वर्ष की तुलना में इस बार 146 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
HCD India के फाउंडर का यह है कहना –
इलेक्ट्रिक सेग्मेंट मे मशहूर कम्पनी HCD India के फाउंडर और ऐक्टिंग डायरेक्टर श्री राघव नंदा का यह कहना है कि, “नीति आयोग के द्वारा तय किया गया 10 लाख यूनिट्स की सेलिंग का लक्ष्य काफी ज्यादा बड़ा था। शुरुआती दौर में होने के कारण चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर और क्वालिटी स्टेंडर्ड्स की कमजोरी ने भी प्रोडक्शन को काफी प्रभावित किया है। हालाँकि आने वाले साल में आफ्टर सेल्स सर्विस जैसे फीचर्स भी ध्यान देकर सेल्स को काफी आगे ले जाया जाएगा। “
Exalta India के संस्थापक का यह है कहना –
Exalta India के संस्थापक श्री आशुतोष वर्मा ने कहा है कि,” 10 लाख यूनिट्स सेलिंग के लक्ष्य की विफलता के पीछे कई कारण रहे हैं, जिसमें FAME योजना के तहत नियमों के उल्लंघन के कारण इलेक्ट्रिक कंपनियों पर की गयी जांच ने भी प्रोडक्शन को काफी हदतक प्रभावित किया है। इलेक्ट्रिक वीइकल मे तकनीकी ख़राबी के कारण आग लगने की घटनाओं ने ग्राहको के विश्वास को कमजोर किया है। अगर इन समस्याओं का समाधान होता है, तो अगले वित्तीय वर्ष में 23 लाख यूनिट्स सेलिंग के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।”