कार निर्माता कंपनी अपना न्यू मॉडल इंट्रोडक्टरी कीमत पर लॉन्च करती है जो उसकी एक्चुअल प्राइस से कम होती है। लॉन्च करने के कुछ महीनों बाद उसकी बिक्री और लोगों के बीच उसकी लोकप्रियता देखते हुए उसकी कीमत मैं बदलाव किए जाते हैं। जब कंपनी को कार की लोकप्रियता घटती है, तो कंपनी कीमत घटाकर उपभोक्ताओं को लुभाती है लेकिन इसी का उल्टा जब बाजार में उपभोक्ताओं के द्वारा कार की खरीदारी बढ़ने पर वही कंपनी अपनी कार की कीमतें बढ़ा देती है। कीमतों के साथ गाड़ी का वेटिंग पीरियड भी बढ़ जाता है। कुछ कंपनियां अपनी गाड़ियों का वेटिंग पीरियड जानबूझकर भी बढ़ाती है ताकि लोगों के सामने एक छवि बनती है जिससे लोगों को लगता है यह कार बाजार में बहुत अधिक बिक्री कर रही है।
कीमत बड़ने का क्या है? कारण
साल 2000 23 फरवरी और मई में टाटा कंपनी ने कहीं बाहर अपनी गाड़ियों की कीमत बढ़ाई है टाटा सफारी और टाटा हेरियर जैसी गाड़ियों की कीमत तीन बार बढ़ चुकी है। कोटा हटाने 17 जुलाई 2023 को एक बार फिर से अपनी गाड़ियों की कीमत में बढ़ोतरी की है हालांकि 16 जुलाई को कार खरीदने वाले उपभोक्ताओं को यह एक्स्ट्रा राशि नहीं देनी पड़ेगी। इस बार इन किमतो के बढ़ने का कारण इनपुट लागतो में बढ़ोतरी होने की वजह से है। टाटा ने बताया कि 17 जुलाई के बाद सारे कारों पर 0.6% की बढ़ोतरी की जाएगी। टाटा हैरियर, टाटा सफारी और टाटा नेक्सन की कीमतें पहले बढ़ाई जा चुकी है इस खबर में हम टाटा नेक्सोन और टाटा टियागो की बढ़ती कीमतों पर चर्चा करेंगे।
जुलाई 2023, नेक्सॉन में होगी 20 हजार की बड़ोतरी
ग्लोबल NCAP में क्रैश रेटिंग 5 लाने वाली इस टाटा की दमाकेदार कॉन्पैक्ट एसयूवी टाटा की बेस्ट सेलिंग कार में से एक है। इसकी बढ़ती मांग को देखते हुए टाटा ने इसकी कीमत में 20 हजार की बढ़ोतरी की है।
टाटा टियागो में आई 4000 की बढ़ोतरी
पेट्रोल और सीएनजी दोनों वैरीअंट में लांच की गई इस टाटा टियागो की कीमत में हाल ही में 4000 की बढ़ोतरी की गई। बढ़ती मांग को देखते हुए पिछले साल इसकी कीमत 50 लाख क्रॉस कर गई थी और हाल ही में इसमें ₹4000 की और अधिक बढ़ोतरी कर दी गई है। कीमतों के साथ इसका वेटिंग पीरियड भी 4 सप्ताह तक बढ़ चुका है।