Renault नए साल की शुरुआत पर नए प्रण के तौर पर भारतीय इलेक्ट्रिक बाजार में कब्जा करने का प्रयास कर रही है। Nissan Motor के साथ पार्टनरशिप करके नए प्लान्स तैयार कर रही है। पर्यावरण के प्रति लाभदायक होने के कारण सरकार भी इलेक्ट्रिक वीइकल की सेल्स पर ध्यान दे रही है।
कपंनी आने वाली इलेक्ट्रिक कारों के मैनुफैक्चुरिंग से ले कर असेंबली तक का काम भारत में ही करने वाली है और यह सब सफलतापूर्वक होने मे 2024 के अंत तक का समय लगने वाला है।
भारतीय बाजारों में निभाया का अहम भूमिका
Renault India ने आने वाली इलेक्ट्रिक वाहनों से जुड़ी कोई आधिकारिक घोषणा साझा नहीं की है लेकिन Luca De Meo, CEO के अनुसार “Renault ग्लोबल मार्केट में इलेक्ट्रिक वीइकल के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाने के लिए अग्रसर है और भारतीय बाजार इस योजना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।”
S&P Global Mobility के द्वारा प्रकाशित फोरकास्ट के अनुसार भारतीय बाजार विश्वस्तर मे जापान को पीछे छोड़ कर तीसरे स्थान पर आने वाला है। 2022 मे 4.4 मिलियन वाहनों की बिक्री के साथ सेल्स मे 23 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। US बाजार में 2019 के मुकाबले कम सेल्स हुई और चाइना मे डिमांड मे कमजोरी दिखाई दी।
Renault और Nissan कर सकती है साझेदारी
Renault दिसंबर तक Nissan Motor के साथ मिल कर EV यूनिट का कार्य कर सकते है। हालाँकि कुछ कारणो की वजह से दुविधा उत्पन्न हो सकती है। Renault की भारतीय इलेक्ट्रिक बाजार में पहले से मौजूद Tata Motors, Hyundai, Mg जैसी कंपनियों से प्रतिस्पर्धा मुश्किल होने वाली है।
Kwid EV के लॉंच की तैयारियां
बता दें कि बीते दिनों Renault ने चाइनीज बाजार में Kwid EV लॉन्च की है। जो कि चाइना मे City K-ZE के नाम से और फ्रांस में Dacia Spring के नाम से एक्सपोर्ट हो रही है। लॉन्च के साथ Dacia Spring फ्रांस में दूसरी सबसे ज्यादा बिकने वाली इलेक्ट्रिक कार बन चुकी है। यह सिंगल चार्ज मे 230 किलोमीटर की रेंज देती है और फ्रांस मे टैक्स के अलावा इसकी कीमत 20,800 यूरो है।
भारत में सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए Renault को इलेक्ट्रिक कार की मैन्यूफेक्चरिंग भारत में ही करनी होगी। दक्षिणी एशिया में Nissan द्वारा अधिग्रहित प्लांट में यह मैन्युफैक्चरिंग का कार्य किया जाएगा।